अयोध्या। छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या के विरोध में भारतीय पत्रकार सुरक्षा कवच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरिक्ष तिवारी के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट राजेश मिश्रा के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में मृतक पत्रकार के परिवार को 1 करोड़ रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की गई। साथ ही, पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष कानून बनाए जाने की मांग उठाई गई।
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शंकर श्रीवास्तव ने कहा, “पत्रकार समाज के हित में कार्य करते हैं। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। मुकेश चंद्राकर के परिवार को मुआवजा और सरकारी नौकरी मिलना उनके योगदान का सम्मान होगा।”
साजिद हुसैन ने कहा, “पत्रकार समाज की आवाज होते हैं। उनकी हत्या लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर गहरा आघात है। सरकार को चाहिए कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए।”रवि मौर्य ने कहा, “पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यदि पत्रकार ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो लोकतंत्र कमजोर पड़ जाएगा। केंद्र सरकार को पत्रकारों के खिलाफ बढ़ते हमलों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।”इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार दशरथ यादव, अनूप श्रीवास्तव, अमित श्रीवास्तव सहित कई पत्रकार उपस्थित रहे।भारतीय पत्रकार सुरक्षा कवच ने स्पष्ट किया कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए संघर्ष जारी रहेगा और सरकार पर दबाव बनाया जाएगा कि मुकेश चंद्राकर के हत्यारों को सख्त सजा दिलाई जाए और पीड़ित परिवार को न्याय मिले।