बिहार शिक्षा विभाग का कारनामा: पुरुष शिक्षक को बनाया ‘मां’

बिहार के वैशाली जिले में शिक्षा विभाग की एक अनोखी और हास्यास्पद गलती ने सभी का ध्यान खींचा है। महुआ प्रखंड के उच्च विद्यालय हसनपुर ओसती में कार्यरत शिक्षक जितेंद्र कुमार सिंह को विभाग ने गलती से ‘गर्भवती’ घोषित कर दिया और उन्हें मातृत्व अवकाश (मैटरनिटी लीव) प्रदान कर दी। यह त्रुटि शिक्षा विभाग के ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर तकनीकी गड़बड़ी के कारण हुई, जिसके चलते विभाग को अब शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है।
घटना का विवरण:
बीपीएससी शिक्षक जितेंद्र कुमार सिंह ने 1 नवंबर से अपनी पत्नी के इलाज में सहायता के लिए 6 महीने का अवैतनिक अवकाश (अनपेड लीव) लिया था। लेकिन विभाग की तकनीकी गड़बड़ी के कारण उनकी छुट्टी को पोर्टल पर मातृत्व अवकाश के रूप में दर्ज कर दिया गया। इस गलती के कारण शिक्षक को 2 दिसंबर से 10 दिसंबर तक की छुट्टी मैटरनिटी लीव के रूप में स्वीकृत कर दी गई।
विभाग की प्रतिक्रिया:
घटना के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) अर्चना कुमारी ने इस त्रुटि पर सफाई दी। उन्होंने इसे पूरी तरह तकनीकी समस्या बताया और कहा कि पुरुष शिक्षकों को मातृत्व अवकाश देने का कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने इस गड़बड़ी पर खेद प्रकट करते हुए इसे जल्द ही ठीक करने का आश्वासन दिया।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया:
इस घटना ने सोशल मीडिया पर हंसी का माहौल पैदा कर दिया है। उपयोगकर्ताओं ने शिक्षा विभाग की चूक पर मजेदार टिप्पणियां की हैं। किसी ने कहा, “बिहार में कुछ भी संभव है,” तो किसी ने शिक्षक को “पहला गर्भवती पुरुष” करार दिया। लोगों ने इस गलती को विभाग की लापरवाही करार देते हुए इसे सुधारने की मांग की है।
निष्कर्ष:
यह घटना शिक्षा विभाग की व्यवस्थाओं में सुधार की आवश्यकता को दर्शाती है। विभाग ने अपनी गलती स्वीकारते हुए इसे सही करने का आश्वासन दिया है। उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी त्रुटियों को रोकने के लिए तकनीकी प्रक्रियाओं को अधिक सशक्त बनाया जाएगा।
घटनास्थल से संबंधित वीडियो रिपोर्ट जल्द उपलब्ध होगी।